फखरपुर हजरत बाबा गुलाम ताहा शाह: सालाना उर्स मुबारक हजरत बाबा गुलाम ताहा शाह फखरपुर 19 मार्च 2023
फखरपुर हजरत बाबा गुलाम ताहा शाह रहमत उल्लाह अलैहे का सालाना उर्स मनाया गया धूमधाम से प्रोग्राम का आगाज 18 मार्च को नतिया मुशायरा से शुरू हुआ जिसमें बड़े बड़े शायरों ने अपने कलाम पेश कर महफिले समा को हसीन बनाया।

प्रबंधक कमेटी डॉक्टर जफीर और उपाध्यक्ष भुट्टु बाबा की देखरेख में शनिवार शाम में हुआ हजरत बाबा गुलाम ताहा शाह रहमत उल्लाह अलैहे का सालाना उर्स का उपचारिक उद्धघाटन 18 मार्च 2023।
आप के लिए सुर्खियाँ
आप के लिए चुनी गई खबरें
- अभिनेत्री मोनिका ने क़ुबूल किया इस्लाम, अपना नाम बदलकर र...
- हज 2022: सऊदी अरब में रहकर हज यात्रियों के लिए इस साल 3...
- the love of allah with namrood: नमरूद की अल्लाह ने कैसे...
- इसे भी पढ़ें: Salman Khan's body double Sagar Pandey dies, actor pays emotional tribute: 'Dil ...
- इसे भी पढ़ें: Airport के जैसा Railway Station पर भी मिलने लगा Credit Card Lounge Access. चाय, ...
- सुझाव: केवल 30 रुपये प्रति माह के लिए सर्वश्रेष्ठ होस्टिंग खरीदें यहां क्लिक करें
हजरत बाबा गुलाम ताहा शाह मेला की शनिवार को तीन दिवसीय सालाना मेले की शुरुआत हुई। मेले में प्रबंध समिति द्वारा फूलों, मीठे जर्दे व गागर की डलिया पेश करते हुए मुल्क में अमन-चैन व खुशहाली की दुआ की गई। सालाना उर्स की शूरवात नतिया मुशायरा से की गई।
गुलाम ताहा शाह की मजार पर लगने वाले सालाना उर्स में जायरीन एक दिन पहले से ही पहुंचने शुरू हो गए थे। फखरपुर, बहराइच, कैसरगंज, जरवल व आस पास से जायरीन हजारों की संख्या में बाबा की मजार पर पहुंचे। परंपरा के अनुसार मजार प्रबंध समिति के अध्यक्ष डाक्टर जफीर, जिला पंचायत सरवर कासमी, ग्राम प्रधान शकील खान, रिजवान खान, बब्बू खान भोंदाई शेख आदि की अगुवाई में चादर मजार में चढ़ाई गईं।
शायरों ने जमाया रंग
शायरों ने अपनी शायरी से महफिल को बनाया दीवाना शायर आफाक अंजुम फखरपुर, डाक्टर जफीर, शौक जरवाली, ताहिर बहराइची ने सूफी शायरी और देश पर नज़्म पढ़ी जो मेले में आए जायरीनों का दिल लुभा लिया।
मैफुज साबरी, फरीद चूसती बरेली, आजाद वारसी कव्वाल फखरपुर, सबी खैराबादी ने अपने कलाम पेश कर तमाम जायरीनों को मस्त मगन किया, कव्वालों के मारफत के कलाम सुन कर पब्लिक देर रात तक महफिल जमाई रही व तमाम इनामों इकराम से कव्वाल को नवाजा गया।
"काली काली जुल्फो के फंदे न डालो हमें जिंदा रहने दो ए हुस्न वालो"
देश व प्रदेश में अमन चैन, हिंदू मुस्लिम एकता व खुशहाली के लिए दुआ की गई इस दौरान बबलू खान, वाजिद खान रिजवान खान, इमरान खान, चांद बाबू वारसी, कलामुद्दीन अंसारी आदि मौजूद रहे।