सफल रही किसान महापंचायत, मैदान से लेकर सडकों तक उमडा रहा जनसैलाब

मुजफ्फरनगर। तीन कृषि कानूनों के विरोध में जीआईसी मैदान पर आयोजित किसान महापंचायत में रिकार्डतोड भीड उमडी और चारों तरफ सिर ही सिर दिखाई दिये। जीआईसी मैदान से लेकर बाहर सडकों तक भारी जनसैलाब उमडा और शहर में भी हर जगह भीड दिखाई दी। इस दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिये मुस्तैद दिखाई दिये। पंचायत स्थल पर बने विशाल पंडाल को वाटरप्रूफ बनाया गया और मंच पर वक्ताओं ने लगातार भाषण देकर केंद्र व प्रदेश सरकार पर ज़ोरदार हमला किया।
मंच संचालन भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह ने किया। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले भाकियू समेत 40 किसान संगठनों ने पंचायत में भागीदारी की। मंच पर भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि किसान पीढी के भविष्य के लिये यह आवाज उठानी पड रही है। केन्द्र सरकार ने किसानों की जमीन उद्योगपतियों के नाम कर दी है और किसानों को भूखे मरने के लिये छोड दिया है। उन्होंने कहा कि अब किसान जाग गया है और अपना हक लेना जानता है। उन्होंने कहा कि भाजपा तोडने का कम करती है, जबकि हम लोगों को जोड़ने का काम करते है। भारी जनसमूह को देखकर भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत गदगद नजर आये। उन्होने महापंचायत में पहुंचे सभी किसान भाईयों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस घडी में एकजुटता दिखाकर आप लोगों ने अपनी ताकत का अहसास केन्द्र व प्रदेश सरकार को कराया है और यदि तीनों कृषि कानून वापस नहीं हुए, तो इससे भी बडी महापंचायत कर सरकार को उखाड़ फेंकने का काम किसान करेगा। महापंचायत में लगातार रणसिंघा बजता रहा, जिससे किसानों में जोश आता रहा और लगातार जिंदाबाद के नारे लगते रहे। महापंचायत में भाकियू प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक, बलबीर सिंह राजेवाल, जगजीत सिंह दलेवाल, दर्शन पाल सिंह, जोगिंदर सिंह, शिवकुमार शर्मा कक्का, हन्नान मौला, योगेंद्र यादव, युद्धवीर सिंह, गुरनाम सिंह, अतुल कुमार अंजान, राजाराम सिंह, कुलवंत सिंह संधू, बूटा सिंह बुर्जगिल, हरमीत सिंह कादियां, मनजीत राय, सुरेश कोथ, रंजीत राजू, तेजिंदर सिंह विर्क, सत्यवान, सुनीलम, आशीष मित्तल आदि के अलावा कई खाप चौधरी व किसान नेता मौजूद रहे।
आप के लिए सुर्खियाँ
आप के लिए चुनी गई खबरें
- मुज़फ्फरनगर में असामाजिक तत्व ने की फिजा बिगाड़ने की नाका...
- मुज़फ्फरनगर में 12 हज़ार राशन कार्ड हुए सरेंडर, अपात्र नह...
- जिला पंचायत सदस्य गिरफ्तार,पथराव के आरोप में दर्जनों के...
- इसे भी पढ़ें: पंचायत में इतिहास रचने में खापों ने निभाई अहम भूमिका
- इसे भी पढ़ें: महापंचायत नहीं ये मेला है , किसानों का ये रेला है
- सुझाव: केवल 30 रुपये प्रति माह के लिए सर्वश्रेष्ठ होस्टिंग खरीदें यहां क्लिक करें
कल तक प्रशासन को उम्मीद थी कि पंचायत में लगभग 50 हज़ार किसान शामिल होंगे लेकिन अब अधिकारी भी दो लाख के लगभग भीड़ का अनुमान लगा रहे है हालांकि भाकियू नेता तो 5 से 15 लाख तक का जनसमूह होने का आंकलन कर रहे है,भीड़ लगातार चलती रही और पूरा शहर आज किसान महाकुम्भ नज़र आया , भीड़ कितनी थी, इसका सटीक आंकलन तो कोई नहीं कर सकता है लेकिन आज की महापंचायत ऐतिहासिक और अभूतपूर्व थी और आज तक किसी भी पंचायत में इतनी भीड़ नहीं जुट पायी और इससे भी बड़ी बात रही कि सभी आशंकाओं को निराधार ठहराते हुए पंचायत में आये लाखों किसान पूरे अनुशासन में रहे और उसी तरह पंचायत के बाद शांति से अपने घरों को लौट गए जिससे प्रशासन के साथ ही आम आदमी के चेहरे पर भी शांति के भाव नज़र आये।
Disclaimer
This post has been self-published. Vews.in neither endorses, nor is responsible for the views expressed by the author.. Profile .